आइशी घोष की फर्जी तस्वीर हो रही है जमकर शेयर।


JNSU की अध्यक्ष आइशी घोष की दो तस्वीरें सोशल मीडिया में प्रसारित है, जिससे यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि अलग अलग समय पर उनके अलग अलग हाथों पर पट्टी बंधी हुई है। इस प्रकार यह बताने का प्रयास किया गया है कि उनके घाव फ़र्ज़ी है। 5-6 जनवरी को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में नक़ाबपोश गुंडों ने आइशी घोष पर हमला किया था। कई लोगों ने इसे ट्विटर पर गलत तरीके से मिरर इमेज को शेयर किया लेकिन बाद में गलती पता चलने पर उसे डिलीट कर दिया। 



उनमें शेफाली वैध, RSS से जुड़े संगठन ABVP के राष्ट्रिय सचिव आशीष चौहान ने फेक मिरर इमेज शेयर की व अपने आप को एबीवीपी के ‘छात्र कार्यकर्ता’ बताने वाले राजेश शुक्ला ने भी इसको शेयर किया उसके बाद जिसने भी देखा उसने बिना जांच पड़ताल के उसे जमकर व्हाट्सएप, और फेसबुक पर शेयर किया।
अब आप ही बताइए साथियों यह किस तरह का झूठ बंट रहा है देश मे हमारे देश मे फेक न्यूज़ बड़ी प्रॉब्लम बनती जा रही है इसमें महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू तक को नहीं छोड़ा गया है आज हर जानकारी व फ़ोटो और इतिहास को संदिग्ध बनाया जा रहा है।
जेनएयू की छात्र इकाई की अध्यक्ष आइशी घोष की तस्वीर, मिरर इमेज के रूप में प्रस्तुत की गयी। उनके बाएं हाथ में लगी चोट की तस्वीर को मिरर इमेज बनाकर साझा किया गया, जिसमें मालूम पड़ता है कि चोट दाएं हाथ में लगी है। इससे यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि जेएनयू हिंसा के दौरान घोष ने घायल होने का नाटक किया है। पहले भी एसफआई कायकर्ता सूरी कृष्णा की तस्वीर को इस झूठे दावे से साझा किया गया कि वह घायल होने का नाटक कर रहे हैं। आप कोई भी वायरल चीज जांच पड़ताल करके शेयर करें।
✍️ किशन कुमार जोशी

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