अब अच्छी रोगप्रतिरोधक क्षमता से हर कोई कोरोना को मात दे रहा हैं।

करोना जिसे कथित रूप से वैष्विक महामारी बताया जा रहा है ! दूसरी बीमारियों से होने वाली मौतें के मुकाबले ये एक बड़े मजाक से ज्यादा कुछ नही !


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17 नवम्बर 2019 को इससे पहली मौत हुई अब तक साढ़े पांच हजार लोग मारे गए इन साढ़े चार महीनों में इससे पूरे विश्व मे लगभग डेढ़ लाख लोग प्रभावित बताये जा रहे है।

इसके अनुपात में अगर हम देखे तो निमोनिया से होने वाली मौतों में भारत का स्थान दूसरा है, हमारे ही भारत मे आये दिन बच्चे की मौत निमोनिया से होती है जो कोरोना के आंकड़ो के मुकाबले बहुत बड़ा आंकड़ा है।

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा कि गत वर्ष वैश्विक स्तर पर निमोनिया के कारण पांच वर्ष से कम उम्र के आठ लाख से अधिक बच्चों की मौत हुई।

भारत में दिल के दौरे का आंकड़ा आपको हिला सकता है।  भारत मे लगभग 20 लाख लोग हर वर्ष दिल के दौरे से पीड़ित हो रहे हैं।

करोना,17 नवम्बर को पहला मामला सामने आया अब तक दुनियाभर में 1.55 लाख से ज्यादा लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है जबकि 5,819 लोगों की मौत हो चुकी है।

कोरोना होने पर अच्छी रोगप्रतिरोधक क्षमता होने से आप इसे मात दे सकते हैं

वही दुनिया में प्रति वर्ष 72लाख लोग हर साल हार्ट डिसीस से मर रहे हैं । यानी हर महीने 6 लाख लोग, इनमें 10% प्रति वर्ष की वर्द्धि हो रही है।

पिछले साल टीबी की बीमारी से देश भर में 69 हजार 375 लोगों की मौत हुई थी।

मौजूदा वित्त वर्ष में अभी तक टीबी के 18 लाख 19 हजार 873 नए रोगी सामने आए हैं. वहीं साल 2018 में टीबी से ग्रस्त रोगियों की कुल संख्या 21 लाख 55 हजार 894 थी.
दुनिया की 10 बड़ी बीमारियों औऱ उंनसे जुड़ी मौत के आंकड़े तो मै तलाश के रख दु तो लगेगा कि हम अगले ही दिन मरने वाले हैं, शायद स्वर्गवासी है या मर चुके लोगो की दुनिया मे ही जीवित है ।

हर साल कभी बर्ड फ्लू कभी स्वाइन फ्लू जैसे खेल खेले जाते हैं,साल दर साल , डर के बाजार के खड़े किए जाते हैं, अचानक तेल की कीमतें गिर जाती है ,उड़ाने ठप्प हो जाती है, करोना के जरिये एक डर का बाजार व बड़ी हवा बनाई गई है। एक खेल है जो वैश्विक शेयर बाजार में खेला जा रहा है , जो सभी देशों की सरकारों की नाकामियों को ढकने का षड्यंत्र प्रतीत होता है आर्थिक दृष्टि से बहुत से लोग इसे षड्यंत्र से अधिक कुछ नहीं समझते।

इकानामी स्लो डाउन चीन और अमेरिका की ट्रेड वार , बड़ी वजह है , ये केवल भारत की सरकार और इस देश के लोग अपने मसखरे पन से फेसबुक वाट्सप पे मीम बना कर निपट रहे हो ऐसा केवल भारत मे ही नही है बल्कि चीन से भी इसी तरह से मीम बन कर सामने आए हैं , जहा कोई मास्क में ढक्कन लगा के सिगरेट पी रहा है , कही कोई युवती एयरपोर्ट पे जांच से परेशान होकर परेशान घूम रही है । कही करोना मरीज को जानवर पकड़ने की तरह की मॉक ड्रिल बताई जा रही है , हम गोबर स्नान और मूत्र पार्टी कर रहे हैं, 33 करोड़ देवी देवताओं को याद कर रहे हैं वो शिवलिंग प्रतिमाओं को मास्क पहना कर। एक किताब को दिखा कर सालो पहले करोना की भविष्यवाणी होने का दावा किया जा रहा है ।
,मेट डिमान के एक फ़िल्म की कहानी, करोना वायरस समानता दिखाई जा रही है, यह सब मजाक मस्ती भारत मे हो रही है।

मै इसको इस तरह समझता हूं कि ये सब जरूरत से ज्यादा उड़ाई गयी हवा है, सरकारों एजेंसियों द्वारा मुसीबत बनाना ओर उनका बढा चढ़ा कर दिखाया जाना, मुझे राजनीति अर्थ और मनोविज्ञान के खेल तमाशे बहुत पसंद है ख़ासकर जिज्ञासावादी होने की वजह से भी , अगर मै इसको किसी द्रष्टा के रूप में देखूं तो आपको एक सटीक भविष्यवाणी बताना चाहता हु "कि करोना से जो इकानामीक स्लो डाउन आ रहा है । वह आपके अनुमान से कही ज्यादा भयावह है "।
आने वाला समय वैष्विक नीतियों के लिहाज से ये पूरी दुनिया मे औऱ हिंसा, राजअधर्म, गुजप्सा, औऱ बेरोजगारी बढ़ाने वाला होगा, अगले वर्षों में ये खेल हर खांसते छीकते बीमार बूढे गरीबो कमजोरों के बड़े नरसंहार का कारक बनेगा ।
हर तमाशे के पीछे दुनिया के संसाधनों पे आबादी का बढ़ता दबाव हैं।

वाट्सप फेसबुक ट्विटर इंस्टाग्राम से भी बाहर आइये गहरी सांस लीजिये डर के माहौल को खत्म कीजिये अपनी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाइये न्यूज़ मण्डल का शिकार मत होइए साथ ही हवाई बाजार की बलि भी न बनें अफवाहों का बहिष्कार करें।

स्वस्थ रहें, स्वस्थ रखें। जागरुक रहें, जागरुकता रखें

#COVID19🎆
#CoronaVsIndia🇮🇳

  • #kishanKumarjoshi🎭

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