मोदी सरकार का बजट महत्वपूर्ण आंकड़े और जरूरी बजट गायब।

जय हिंद साथियों...

मोदी सरकार का बजट पेश हो चुका कुछ नजर अब बजट पर डाल लेते हैं, इस बार बजट में बजट का बहीखाता बनने के अलावा भी बहुत कुछ नए बदलाव हुए हैं, Study in India, khelo India, जैसे स्लोगन खूब लोगो को पिलाये गए वो बात अलग है कि निर्मला जी ने पानी तक न पिया ताकि लोग नए स्लोगन के बीच Skill India, Smart city India को भूल जाए, फिर एक बीजेपी एंकर महाशय ने सूटकेस को लाल कपड़े में बदलाव को पाश्चात्य गुलामी से आज़ादी बोल दिया वो बात अलग है कि अटलजी, जेटली जी इतने दिन गुलामी में थे।
BUDGET/बहीखाता2019


अब बात करते हैं 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था वो भी 2018 में प्रति व्यक्ति आय में पूरी दुनिया के 187 देशों में मुद्रा कोश मे भारत की स्थिति 142 थी जहाँ घाना जैसे देश भारत से आगे थे वो कैसे 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनेगा? तो सरकार जबाव देती है "निष्ठा,विश्वास"।
Budget2019
5Trillion


Study इन इंडिया में फॉरेन स्टूडेंट्स पर फोकस है, जबकी खुद इंडिया के स्टूडेंट्स में Skill कम होने की वजह से नॉकरी तक नही दी जाती Education बजट की बात करें तो अभी 3% पर ही अटका हुआ जबकि वो 6% या 7% होना चाइये ताकि लोग चरण वन्दक पाठ करने की जगह कुछ अच्छा कर सके अपने देश के लिए।



Helth का भी वही हाल है वैसे शहर शहर एम्स तो सरकार ने खोल ही दिए जहाँ बच्चे सुविधाओं के अभाव में भारतमाता को भेंट कर दिए जाते हैं।
Helth Budget 2014-2020


Environment बजट को स्मरण तक नही किया जैसे भारत को उसकी जरूरत नहीं है।
Environment Budget2019-20


गंगा के बजट को आधा कर दिया है पिछली बार पूरा ही आधा बजट काम में लिया गया इससे आप यह तय मान सकते हैं कि गंगा कभी साफ नही होगी।
Ganga Budget 2019-20


चुनाव के बाद अब डीजल पेट्रोल के दाम महंगे हो चुके हैं कुछ लोगो की माने तो इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों को बढ़ावा मिला है यह पर्यावरण के लिए अच्छी बात है लेकिन उस के लिए नही जो इलेक्ट्रॉनिक गाड़ी खरीद नही सकता।
जयपुर में पेट्रोल के दाम का नोटिफिकेशन


कुछ अच्छी चीजे भी हुई अब दिल्ली में चल रहा (National common mobility card) जो बस और मेट्रो भुगतान के लिए इस्तेमाल होता है अब पूरे देश मे काम करेगा और बैंकों द्वारा दिया जाएगा इसमे कैसबेक और बहुत से ऑफर भी मिलते रहेंगे यह डिजिटल इंडिया का हिस्सा होगा।
National common mobility card


रेलवे का आधुनिकीकरण किया जाएगा जिसके लिए 50 लाख करोड़ तय किये गए हैं। हो सकता है निजी हाथों में सौंप दिया जाए और नए रोजगार सृजन किये जायेंगे मुद्रा लोन और स्टाटप इंडिया के जरिये।
Indian Rail Budget 2019


बुरी खबर यह भी है कि देश के बजट में बेरोजगारी,जैसे मुद्दों को एक बार फिर नकार दिया गया। Tv चैनल पर भी 86 तालियों के अलावा कोई कठोर श्रम नही दिखाया गया है।
एक मीडिया चैनल जो बजट की लाइव न्यूज़ प्रसारण कर रहा था उसके अनुसार उजाला योजना में 35 हजार करोड़ बल्ब बेच दिए गए जिससे देश की बहुत बड़ी बचत हुई लेकिन यह झूठ है दरअशल बल्ब 35 करोड़ ही बेचे गए उनकी लागत 35 से 42 प्रति बल्ब थी सरकार ने उचित रेट में 70 से 100 रुपये के बीच जनता को बाँट दिए मीडिया की रिपोर्ट का आंकलन करें तो प्रति व्यक्ति को 200 से ऊपर जबकि कई राज्यो में नियमानुसार प्रति व्यक्ति 7-9 बल्ब ही ले सकता है जहाँ इन Led बल्ब की गारंटी भी थी कि पका खराब ही होंगे इसलिए चेंज करवा सकते हैं हो भी सकता है कि लोगो ने चेंज करवाये हों लेकिन फिर भी कोई व्यक्ति 200 के आंकड़े को सायद ही छूपायेगा।
पत्रकारिता एकबार फिर वरवान पर


इसके अलावा कौशल विकास योजना धूल में मुँह के बल गिरी नजर आ रही है कोई साफ और सटीक प्रमाणित आंकड़ा नही है कि कितनो का कौशल जाग चुका है देश मे और कितनो को रोजगार मिल चुका। और आने वाले पांच सालों में इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों के खरीद में सब्सिडी का मोटा बजट तय किया गया है 10 हजार करोड़ GST में कमी के साथ डेढ़ लाख की छूट GST अब 5 फीसदी लगेगी जो पहले 12 फीसदी थी। 
E-Mobilty Budget 2019

बात करनी है तो कीजिये मोदी है तो मुमकिन है, सूटकेस की परंपरा बदल गयी, निर्मला सीतारमण ने लछमी बन कर बजट दिया।
और अंत में...

आम मोदी जी चूस कर खाते हैं।

- किशन कुमार जोशी
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2 टिप्पणियाँ

  1. चल झूठा कहीं का हमारा मोदी सबसे महान ह बजट जैसा भी ह हमे पसन्द ह भिड़ाओं मत

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